LITTLE KNOWN FACTS ABOUT सत्संग भजन लिरिक्स इन मारवाड़ी.

Little Known Facts About सत्संग भजन लिरिक्स इन मारवाड़ी.

Little Known Facts About सत्संग भजन लिरिक्स इन मारवाड़ी.

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ऐ रास सत्संग भजन लिरिक्स इन मारवाड़ी रचाने वाले, मुरलीधर प्यारे ग्वाले।

 माखन चुराते हुए, राधे तेरा श्याम देखा 

कोई कहे सस्तो कोई कहे मँहगो लियो रतन अनमोल । 

तुम स्वाति बूंद बन कर, प्यासे पे दया करना।। 

lingers during the head for very long following the Satsang is about. As such, it could be claimed as the most well-liked Bhajan

सीस धरूँ धरनी विच स्वमिनि दे ललिते-ललिते समझाओ।। 

तुम सामने हो मेरे, मेरा दम ही निकल जाये।।

मीरा के प्रभु गिरधर नागर भजन बिना नर फीकौ।।

पल पल में आस निरास भई, दिन दिन घटती, पल पल बढ़ती

दस्ते भी लुंगी, चूड़ी भी लुंगी, मुंदरी की लुंगी उसाई।। 

फगुआ किये दिन जाने न दूंगी लाख करो चतुराई 

बजाई कुंज में जब थी हुआ बेचैन दिल मरा। 

भर-भर के प्याले अमृत के, यहाँ रोज पिलाए जाते हैं

???? कबीर भजन लिरिक्स को विडियो के साथ देखे, समझने में आसानी रहेगी  ????

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